ताकत भी हो सारी दुनिया की अगर
इख्तियार में
जब भी चाहतें हमारी होगीं, बस
तेरे इक दीदार में
॰॰
लडकर तो जीत ली है सारी लडाईयां
जमाने की पर
बिना लडे ही दिल हार बैठे है,
हम तेरे इस प्यार में
॰॰
माना फूलों की सारी खूबियां है
तुममे ए-दोस्त पर
महकना भूलाएगा तुझे, वो महक है
मेरे किरदार में
॰॰
कीमत है यहां इस दुनिया में, कुछ
न कुछ सबकी
हम सा नही मिलेगा जा, ढूढंले जाके
पूरे बाजार में
॰॰
जिन्दगी के चलन में खुद को भी
भूल चुके थे हम
अब ये मसरूफियतें भी कटती है तेरे
ही इंतजार में
॰॰
धीरज का समन्दर भी अब तो सूखने
को ही है मेरा
इतनी देर करदी है मेरे हमदम तुमने
इस इजहार में
॰॰
बहुत फायदा हुआ है तेरी इस बेरूखी
का भी हमे तो
शायरी मे दम आ गया, हम छपने लगे
है अखबार में
जितेन्द्र तायल
मोब 9456590120
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